साफ नीयत, सही विकास

" Saaf Niyat Sahi Vikas - 48 Months of Transforming India"

बिहार में म्यूजिकल कैंपेन: मनोज का ‘एक बार बीजेपी’ v/s स्नेहा का ‘फिर से नीतीशे’

Monday, August 31, 2015

नई दिल्ली/पटना. बिहार में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रैलियों के साथ ही म्युजिकल कैंपेन भी जोर पकड़ रहा है। बीजेपी सांसद और भोजपुरी सिंगर-एक्टर मनोज तिवारी ने अपनी पार्टी के लिए एक गाना रिकॉर्ड किया है। वहीं, नीतीश खेमा भी कहां पीछे रहने वाला था। उसने कंपोजर स्नेहा खानवलकर का ‘फिर से नीतीशे’ सॉन्ग लॉन्च किया है। खास बात यह है कि दोनों मनोज और स्नेहा एक साथ काम कर चुके हैं।

 

इस बार बीजेपी-एक बार बीजेपी

 

मनोज तिवारी ने ‘इस बार बीजेपी, एक बार बीजेपी’ टाइटल वाला गाना रिकॉर्ड किया है। यह गाना बीजेपी के कैंपेन व्हीकल्स में बज रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह ने भी इस गाने को पसंद किया है। तिवारी के मुताबिक, “कई लोगों ने मुझसे बिहार के लिए भोजपुरी में एक गाना तैयार करने की गुजारिश की थी। मुझे उम्मीद है कि यह जल्द ही लोगों की जुबान पर चढ़ जाएगा। मैं आर्टिस्ट पहले हूं और पॉलिटिशियन बाद में।” इस गाने में ‘जात से ऊपर की सरकार’ का भी जिक्र होता है। गाने को मुंबई के भोजपुरी गीतकार प्रमोद पांडे ने लिखा है जबकि म्यूजिक खुद मनोज तिवारी ने दिया है। बीजेपी की रैलियों और इलेक्शन कैंपेन व्हीकल्स (परिवर्तन रथ) में खास तौर पर बजाया जा रहा है।

 

नीतीश खेमा भी कम नहीं

 

अगर बीजेपी मनोज तिवारी के गाने के साथ मैदान में है तो नीतीश खेमा भी पीछे नहीं। नीतीश के प्रचार का जिम्मा संभाल रहे प्रशांत किशोर ने कंपोजर स्नेहा खानवलकर का ‘फिर से नीतीशे’ सॉन्ग लॉन्च कर दिया है। प्रशांत साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लिए कैंपेन संभाल चुके हैं। ‘चाय पे चर्चा’ जैसा प्रोग्राम किशोर का ही आइडिया था। स्नेहा ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ और ‘ओए लकी ओए’ जैसी फिल्मों में म्यूजिक दे चुकी हैं। स्नेहा के लिए मनोज ने ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में “जिया हो बिहार के लाला” जैसा मशहूर नंबर गाया था। स्नेहा ने नीतीश के लिए जो गाना तैयार किया है इसे ‘तनु वेड्स मनु’ फेम गीतकार राजशेखर ने लिखा है जबकि आवाज नीति मोहन और घुंघरू की है। नीति ‘बॉम्बे वेलवेट’ से फेमस हुईं जबकि घुंघरू बिहार से ही हैं। स्नेहा ने कहा, “पहले हम फिर से नीतीश” शब्द चाहते थे लेकिन बाद में लगा कि भोजपुरी अंदाज में ‘फिर से नीतेशे’ ज्यादा अपील करेगा।

 

गीतों के बोल...

 

मनोज के गाने में ढोलक और ट्रेडिशनल म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स का यूज किया गया है तो स्नेहा ने हॉर्न और फ्लूट्स भी यूज किए हैं। स्नेहा का कहना है कि वह अपने गाने को गांवों में फेमस करना चाहती हैं। गाने के बोल हैं, “जिनसे बिहार का माथा हरदम ऊंचा, जिनके जैसा कोई नहीं हैं दूजा.....।” तिवारी के गाने के बोल हैं, “लूट-हत्या-अपहरण का दानव फिर सता रहा, भ्रष्ट जंगलराज का आभास है डरा रहा....।” शेखर का कहना है कि वह नेगेटिव मैसेज नहीं देना चाहते इसलिए उन्होंने खास मुद्दों का जिक्र इस गाने में किया है। शेखर के मुताबिक किशोर की यही डिमांड थी। तिवारी का कहना है कि आरोप लगाने का इरादा नहीं है लेकिन ये भी सच है की लालूजी के 17 साल के शासन में बिहार में जंगलराज ही था।